- किशोरावस्था और गर्भावस्था में सबसे अधिक रहती है एनीमिया होने की संभावना
- लौह तत्वयुक्त चीजों का करें सेवन और विटामिन ए व सी खाद्य पदार्थ भरपूर खाएँ
लखीसराय, 25 नवंबर, 2020
एनीमिया होने सबसे मुख्य और बड़ा कारण शरीर में आयरन की कमी होना। इसलिए, इससे बचाव के लिए उचित पोषण का बेहद जरूरी है। आहार में बदलाव ही इस बीमारी से बचाव के लिए सबसे सरल उपाय है। यह बीमारी खून (रक्त) में पर्याप्त स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाऐ या होमोग्लोबीन कम होने से होता है। इसलिए, लक्षण दिखते ही तुरंत इलाज कराऐं और चिकित्सा परामर्श का पालन करें। अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही बड़ी मुसीबत खड़ा कर सकती है। इससे घबराने की भी जरूरत नहीं है। ऐसे में समय पर जाँच के लिए अस्पताल जाने एवं चिकित्सकों के सलाह का पालन करना चाहिए। जो आगे की मुसीबत उत्पन्न नहीं होने देगी एवं आपके लिए ना सिर्फ फायदेमंद साबित होगा। बल्कि आपको बीमारी से छुटकारा भी मिल सकता है।
- आयरनयुक्त खाना का करें सेवन :-
जिला सिविल सर्जन पदाधिकारी डॉ आत्मानंद राय ने बताया कि आयरन की कमी के कारण एनीमिया होता है। इसलिए इस बीमारी से बचाव के लिए लोगों को आहार बदलने एवं आयरन युक्त आहार का सेवन करने से बचाव होगा। अन्यथा थोड़ी सी लापरवाही जान पर भारी सकती है।
- ये हैं एनीमिया के लक्षण :-
एनीमिया के बीमारी का शुरूआती लक्षण थकान, कमजोरी, त्वचा का पीला होना, दिल की धड़कन में बदलाव, साँस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सीने में दर्द, हाथों और पैरों का ठंडा होना, सिरदर्द, त्वचा सफेद दिखना आदि कमी होना है। ऐसा लक्षण होते ही ससमय इलाज कराऐ।
- प्रोटीनयुक्त खाने का करें सेवन :-
एनीमिया के दौरान प्रोटीन युक्त खाने का सेवन करें। जैसे कि पालक, सोयाबीन, चुकंदर, लाल मांस, मूँगफली की मक्खन, अंडे, टमाटर, अनार, शहद, सेब, खजूर आदि प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करें। जो कि आपके शरीर की कमी को पुरा करता है एवं होमोग्लोबीन जैसी कमी भी दुर होता है तथा इससे आपको एनीमिया बीमारी से बचाव मिल सकता है।
- लौह तत्वयुक्त चीजों का करें सेवन :-
एनीमिया से बचाव के लौह तत्वयुक्त चीजों का सेवन करें। यहाँ तक कि सब्जी भी लोहे की ही कढ़ाई में बनाएँ। लोहे के कढ़ाई में सब्जी बनाने से आयरन की मात्रा काफी बढ़ जाती है।
- चिकित्सकों के सलाह का करें पालन :-
एनीमिया के दौरान आप तुरंत किसी अच्छे चिकित्सक से दिखाएं एवं चिकित्सकों के अनुसार आवश्यक जाँच कराऐ। जिसके बाद चिकित्सकों द्वारा दी गई आवश्यक चिकित्सा परामर्श का पालन करें। जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
- गर्भवती महिलाएँ रखें विशेष ख्याल :-
यह बीमारी महिलाओं में अधिक पाई जाती है। खासकर गर्भवती महिलाएँ को गर्भस्थ शिशु के विकास के लिए शरीर में रक्त का निर्माण करना पड़ता है। जिसमें कमी होने के कारण एनीमिया होने की प्रबल संभावना हो जाती है। इसलिए गर्भवती महिलाएँ को गर्भ दौरान लगातार होमोग्लोबीन समेत अन्य आवश्यक जाँच कराना चाहिए एवं चिकित्सकों का चिकित्सा परामर्श का पालन करना चाहिए।
- इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
- मास्क का नियमित रूप से उपयोग करें।
- साबुन या अन्य अल्कोहल युक्त पदार्थों से बार-बार हाथ धोने की आदत डालें।
- भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें।
- यात्रा के दौरान सेनेटाइजर साथ रखें।
- ऑख, नाक और मुँह छूने से बचें।
रिपोर्टर
Dr. Rajesh Kumar
The Reporter specializes in covering a news beat, produces daily news for Aaple Rajya News
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